Tips for New Beginnings: जीवन में कुछ काम को करने में देरी हो जाती है। पर यह देरी आगे चलकर आपको लाभ देती है। लाभ कमजोर शब्द है यह दरअसल आपके जीवन को बदलने वाला विलंब होता है। आप उस देरी के लिए उस समय का व ईश्वर का शुक्रिया भी कर सकते हैं। हालांकि ज्यादातर लोग यही सोचते हैं कि अमुक काम करने के लिए उम्र तय होनी चाहिए।
इसके लिए हमारे दिमाग में एक चित्र बना होता है कि जीवन में कुछ चीजें हैं जो खास उम्र में हासिल होती हैं। मगर जे के रोलिंग (J. K. Rowling) जैसे लोग ऐसा नहीं सोचते, वे नई शुरुआत का साहस करते हैं और दुनिया के लिए मिसाल बनकर खड़े हो जाते हैं।
सपने जो पूरे नहीं होते
हमने जिनके बारे में सोचा, उससे संबंधित ख्यालों को ऐसे बांधा कि जब वे चीजें नहीं नहीं मिलती तो कुंठित होते हैं। गुस्सा आता है और बहुत निराश भी हो जाते हैं। पर वास्तव में यह होना नहीं चाहिए। दिमाग में बने चित्र या हमने जो सपने देखे वे पूरे हो जाएं जरूरी नहीं। यह संभव भी नहीं कि आप जो सोचें हूबहू वह मिल जाए।
सच और एक मात्र सही चीज है तो बस जीवन को नई शुरुआत देना, तब भी जब सब कुछ खोता हुआ महसूस हो। जानिए यह जेके रोलिंग ने कैसे किया।
जेके रोलिंग को कितना जानते हैं आप
हैरी पॉटर। नाम तो सुना होगा आपने। इतनी प्रसिद्धि कितनी किताब को मिली होगी, शायद बहुत कम। एक से बढ़कर एक रिकॉर्ड दर्ज है इस एक पुस्तक के नाम। पर इसकी लेखिका यानी जेके रोलिंग (J. K. Rowling) जानते हैंं। हर बिंदु में आप पाएंगे वह अपने जीवन में लगभग हर पड़ाव पर कठिन दौर से गुजरीं और अंत में स्वयं को स्वयं ही खड़ा किया।
- 17 साल की थीं कॉलेज से निकाल दी गयीं।
- 25 की उम्र में उनकी मां किसी बीमारी के कारण चल बसीं।
- 26 साल की थीं तो जेके रोलिंग पुर्तगाल अंग्रेजी विषय पढ़ाने गयीं।
- 27 की उम्र में उनकी शादी हो गयी। पर घरेलु हिंसा का शिकार हुईं, पति से नहीं बनी, बेटी का जन्म हुआ।
- 28 की उम्र में उनका तलाक हो गया और वह खतरनाक अवसाद से ग्रस्त हो गयीं।
- 29 वर्ष में वह एक सिंगल मदर की भूमिका में थीं यानी अकेले दम पर लड़ाई।
- 30 की उम्र में उन्हेांने आत्महत्या का विचार किया, वह इस दुनिया को छोड़ देना चाहती थीं।
पर जेके रोलिंग ने स्वयं को वापस थाम लिया। नकारात्मक विचारों का रुख दूसरी दिशा में मोड़ दिया। उस दिशा में जो रचनात्मक था। दरअसल, अपने जुनून को वापस पाया यानी लिखने का जुनून और वह लिखने लगीं।
- 31 साल की उम्र में उनकी पहली किताब आई
- 35 की उम्र में चार किताबों का प्रकाशन हुआ और उसे उस वर्ष की लेखिका का सम्मान मिला।
- 42 की उम्र में तो उस लेखिका ने पुस्तक रीलिज के पहले ही दिन 11 करोड़ प्रति बेची
तो क्या सोच रहे हैं आपके पास इतनी सशक्त प्रेरणा है जेके रोलिंग (J. K. Rowling) की, निराशा के बादल छंट जाएंगे तो आप पाएंगे कि वे सब मन के छलावे हैं। उठिए और कदम बढ़ाइए अपने जुनून को वापस पाने के लिए। जीत होगी आपकी, जरूर होगी।