How to Be Happy: नकारात्‍मक बातों से दूर भागने से खुशी नहीं मिलने वाली, तो कैसे मिलेगी खुशी

How to Be Happy : जो आपको पसंद है वह खुश करता है। पर यदि उसके पीछे भागेंगे तो संभव है वह आपको दुखी कर दे। क्‍या है खुशी  का असली राज।

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How to Be Happy : खुशी के बारे में न जाने कितनी बातें कही गयीं। सभी अपने तरीके से इसे समझते हैं। इसको लेकर कुछ मिथ भी हैं जो इसे समझने या महसूस करने में बाधा बन सकती है। जैसे, कहा जाता है कि खुशी है नकारात्‍मक भावों की अनुपस्थिति है। यानी यदि आप सचमुच खुश रहेंगे तो हर वक्‍त हंसते रहें और आनंद महसूस करें। पर क्‍या यह संभव है, बेशक नहीं।

दोनो भाव महत्‍वपूर्ण

इंसान नकारात्‍मक और सकारात्‍मक दोनो भावों को महसूस करता है और दोनो अहसास इंसान के भीतर हमेशा मौजूद रहते हैं। दोनो भाव महत्‍वपूर्ण भी हैं। जैसे, पॉजिटिव भाव आपको अच्‍छा महसूस कराते हैं तो नकारात्‍मक आपको भले अच्‍छा न महसूस कराएं पर आपको बताते हैं कि कौन अच्‍छा या बुरा है और कब चीजें सही हो सकती हैं।

असली खुशी यहां है

आप जो सकारात्‍मक और नकारातमक महसूस करते हैं, वे अधिक हावी न हों जाएं, वे आपको इतना भी परेशान या खुश न कर दे कि आपकी खुशी आपसे दूर चली जाए। यूं कहें कि बस दोनो अहसासों के बीच सही प्रबंधन ही आपको खुशी की ओर ले जाती है। नकारात्‍मक बातों से भागने से खुशी नहीं मिलने वाली।

कामयाबी या पैसा खुशी नहीं

सफलता पाकर खुशी मिल जाए ऐसा भी नहीं। हम ज्‍यादातर सफलता को खुशी से जोड़ देते हैं जैसे एक बार सफल हो जाएं तो खुश रहें हमेशा पर। विजेता भी थोड़ी देर खुश होकर नकारात्‍मक भावों के बीच झूल जाते हैं। अधिक पैसा कमाना भी खुशी नहीं क्‍योंकि इसके बाद भले खुश महसूस कराने वाले साधन मिल जाएं पर खुशी बनी रहेगी इसकी गारंटी नहीं।

सबके लिए अलग है पैमाना

सबके लिए खुशी का एक पैमाना नहीं। यह कोई एक कमीज नहीं है यह जो सबपर फि‍ट हो जाए। आप बड़ी कंपनी के मालिक बनकर भी खुश होते हैं तो एक कार्पेंटर या बढ़ई भी उतनी खुश हो सकता है। आप घर पर रहकर भी खुश हो सकते हैं तो नौकरी पाकर भी। यानी सब अपने तरीके से अपनी जगह पर रहकर खुश हो सकते हैं।

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जब हो संदेह

बस संदेह हो तो खुद से दो सवाल करें। क्‍या है जो हमें पल में खुश करता है, संतोष देता है और दूसरा जीवन की सार्थकता या मकसद किस चीज को पाकर समझ आती है या आपको कौन सी संपूर्णता का अहसास देता है। इन दो के बीच अच्‍छा संतुलन हो तो देखिएगा खुशी आपके पास रह सकती है। इसके पीछे भागने की जरूरत नही होगी।

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