How to Start a New Life : जीवन क्या है, इस बारे में गजल, गीत या कविता में खूब कहा गया है। जैसे, किसी ने इसे चलता फिरता खिलौना कहा तो किसी ने माना जीवन है चलने का नाम। जैसे विचार वैसी अभिव्यक्ति। पर यह तो तय है कि हम सबको चाहिए तनावमुक्त, आसान, सहज व एक खुशहाल जीवन। पर अक्सर जो चाहा वह मिला नहीं। हां, आसान तो नहीं है जीवन को बदलना, पर एक नई शुरुआत की कोशिश दिल से हो तो रंग जरूर लाती है।
आइए कुछ बातों पर नजर डालें। इन्हें समझें, उन पर चलकर देखें। इन कदमों पर चलते हुए झंझटों में अटके बिना, रुकावटों से डरे बिना जीवन की राहें होंगी आसान, आप मुस्कुराहट लिए चलते जाएंगे मंजिल की ओर। अच्छे और आनंददायक जीवन के लिए अपनाएं यहां दिए गए कुछ उपाय।
आप चाहते क्या हैं
आपका लक्ष्य क्या है, किसलिए आपको यह जिंदगी मिली है, आपको यहां क्या करना है, इन बातों पर चिंतन करें और स्वयं से पूछें कि आप सचमुच कैसी जिंदगी चाहते हैं। आप अपनी जिंदगी में क्या देखना चाहते हैं, आप इसके लिए क्या करेंगे।
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राहें कौन रोक रहा
आप जो चाहते हैं उन्हें पाने की राह में रोड़ा कहां है। यह आपकी सोच, आपकी नौकरी या कुछ लोग भी हो सकते हैं। क्या आप उन्हें बदल सकते हैं, शायद नहीं। आपको बस अपने दृष्टिकोण पर काम करना है। अपनी राह पर मजबूती से अपनी सोच के साथ चलना है।
प्राप्य पर डालें नजर
जो कुछ पाने योग्य है या आपके संघर्ष करने या कोशिश करने से प्राप्त हो सकता है उन पर चिंतन करें। अधिक समय उनके बारे में सोचें।
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लक्ष्य की तरफ बढ़ना
लक्ष्य पाने के लिए ज्यादा दबाव महसूस न करें। लक्ष्य को छोटे छोटे लक्ष्यों में तोड़कर रखें। हर दिन उन पर एक एक कर काम करें। आप पाएंगे लक्ष्य को पूरा करने का भारी दबाव और इससे उपजा तनाव अब कम हो रहा है।
सकारात्मकता का साथ
जीवन में नकारात्मकता की अधिकता है तो आप उसे पूरी तरह नहीं हटा सकते। बस दुनिया देखने का नजरिया बदल दें आप उनके साथ रहते हुए सकारात्मक बने रहेंगे। आस का दामन थामे चलते रहें। मन को सकारात्मक देखने के लिए प्रशिक्षित करें।
अतीत को स्वीकारें
अतीत में कुछ बुरा घटा, आपका अनुभव कड़वा व दर्दनाक है तो उसे स्वीकार करें। उनसे जूझें नहीं। बस यह स्वीकार करते हुए जीवन में आप आगे बढ़ सकते हैं, यह भरोसा रखें।
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प्रतिबद्ध रहना होगा
जीवन में नई आदतें अपनाना, नई सोच को धारण करना काफी कुछ बदल सकता है पर इसके लिए चाहिए प्रतिबद्धता। यह अभ्यास मांगती है, यह समझना होगा।
बुरी आदत बदल डालें
राह रोकती हैं अपनी सोच भी और कुछ बुरी आदतें जो हम आसानी से छोड़ नहीं पाते। अब इस मुश्किल काम को करना है।
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जैसा अन्न, वैसा मन
यह कहावत हमारी संस्कृति का हिस्सा है। इस पर अमल करें। संतुलित आहार अपनाएं ताकि आप बीमारियों की बाधा से लड़ सकें।
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