Scrub Typhus : ओडिशा के बारगढ़ जिले में स्क्रब टाइफस के कारण पांच लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि मौत की संख्या में बढ़ोतरी भी हो सकती है। स्क्रब टाइफस के मामले शिमला में भी बढ़े हैं। पूरे देश में इस वक्त डेंगू का कहर है। दिल्ली,यूपी बिहार समेते देश के कई राज्यों में डेंगू फैला हुआ है। इस बीच स्क्रब ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
चलिए आपको बताते हैं कि ये कौन सा कीड़ा है और ये कीड़ा कहां पाया जाता है जो कि इस बीमारी का कारण बन रहा है।
संक्रामक है यह बीमारी
स्क्रब टाइफस एक संक्रामक रोग है जो ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी नाम के बैक्टीरिया से होता है। यह बैक्टीरिया संक्रमित चिगर्स के काटने से फैलता है। चिगर्स छोटे कीड़े होते हैं, जो आमतौर पर घास और झाड़ियों में पाए जाते हैं।
बिन चिकित्सक सलाह के न लें दवा
स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी जारी की है कि बुखार आने पर डॉक्टर की सलाह के बिना दवाओं का प्रयोग बिल्कुल भी न करें। ये असल में घुन के जैसा दिखने वाला कीड़ा चूहों, खरगोशों और गिलहरियों जैसे जानवरों के शरीर पर भी देखा जाता है। जब लोग इनके संपर्क में आ जाते हैं तो ये उन्हें काटकर संक्रमण पैदा करता है।
ये हैं लक्षण
स्क्रब टाइफस काटने के बाद व्यक्ति सबसे पहले बुखार से संक्रमित होता है. अन्य लक्षणों में
- असहनीय सिरदर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द हो सकता है
- सांस लेने में मुश्किल और खांसी भी हो सकती है
- डंक मारने जैसे घाव, चकत्ते आंखों के आस पास दर्द होता है
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मल्टी ऑर्गल फेल होने का खतरा
अगर उक्त में से कोई भी लक्षण दिखे तो सीधे डॉक्टर के पास पहुंचे क्योंकि स्क्रब टाइफस संक्रमण बढ़ने पर मल्टी ऑर्गन फेल्योर तक का खतरा होता है। बागवानी और बाहरी गतिविधियों में लगे लोगों को संक्रमण का ज्यादा खतरा होता है। साथ ही कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग भी इस संक्रमण के शिकार हो रहे हैं। बता दें कि ओडिशा के बारगढ़ के बाद हिमाचल के शिमला में 9 लोगों की मौत हो चुकी है।